क्या है महामृत्युंजय जाप
सावन के महीने में महामृत्युंजय करने से समस्त नवग्रह की शांति हो जाती है भविष्य में आने वाली सभी समस्या का समाधान हो जाता है जिनके घर महामृत्युंजय की पूजा होती है उस घर में भगवान शिव का वास होता है इस कारण उस घर में भूत-प्रेत कभी नहीं आते दुख दरिद्र कभी नहीं आते […]
रुद्राक्ष उत्पत्ति की कथा
स्कन्द जी ने भगवान शंकर जी से पूछा – हे महादेव, महान गुण सम्पन्न रुद्राक्ष का निर्माण कैसे हुआ ? रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते है ? उनको कैसे धारण किया जा सकता है ? उसकी सरल विधि क्या है ? कृपया बताइये ?भगवान शंकर जी कहने लगे – सुनो स्कन्द जी, प्राचीन कल मे […]
टेढ़े कान्हा
एक बार की बात है – वृंदावन का एक साधू अयोध्या की गलियों में राधे कृष्ण – राधे कृष्ण जप रहा था । अयोध्या का एक साधू वहां से गुजरा तो राधे कृष्ण राधे कृष्ण सुनकर उस साधू को बोला – अरे जपना ही है तो सीता राम जपो, क्या उस टेढ़े का नाम जपते […]
गोवर्धन पर्वत धारण
गोवर्धन पर्वत धारण करने पर नीचे की भूमि जलमग्न क्यों नहीं हुई……….एक समय शिवजी ने पार्वती जी के सामने सन्तों की बड़ी महिमा गाई। सन्तों की महिमा सुनकर पार्वती जी की श्रद्धा उमड़ी और उसी दिन उन्होंने श्री अगस्त्य मुनि को भोजन का निमन्त्रण दे डाला तथा शिवजी को बाद में इस बाबत बतलाया तो […]
राजा इंद्रद्युम्न की कथा
राजा इंद्रदयुम्न ने बनवाया था यहां मंदिर : राजा इंद्रदयुम्न मालवा का राजा था जिनके पिता का नाम भारत और माता सुमति था। राजा इंद्रदयुम्न को सपने में हुए थे जगन्नाथ के दर्शन। कई ग्रंथों में राजा इंद्रदयुम्न और उनके यज्ञ के बारे में विस्तार से लिखा है। उन्होंने यहां कई विशाल यज्ञ किए और […]
जगन्नाथजी की महिमा
*एक बार तुलसीदास जी महाराज को किसी ने बताया की जगन्नाथ जी मैं तो साक्षात भगवान ही दर्शन देते हैं बस फिर क्या था सुनकर तुलसीदास जी महाराज तो बहुत ही प्रसन्न हुए और अपने इष्टदेव का दर्शन करने श्रीजगन्नाथपुरी को चल दिए । महीनों की कठिन और थका देने वाली यात्रा के उपरांत जब […]